Saturday 20 January 2018

जाने रानी पद्मावती से जुड़े ऐतिहासिक पहलू

आजकल भारत में एक नाम सबसे ज्यादा हर जगह सुनने में आ रहा है। हर कहीं उसी नाम की चर्चा है। और ये नाम है रानी पद्मावती का। आज हम आपको इन्ही रानी पद्मावती के इतिहास के बारे में चर्चा करने जा रहें है। तो आइये जानते है पद्मावती से जुड़े ऐतिहासिक तथ्य। आपको बता दें की हम यहाँ पर न तो किसी फिल्म का प्रमोशन कर रहें हैं और न किसी संगठन का। हम यहाँ पर कुछ ऐतिहासिक तथ्यों का जिक्र कर रहें है। आप भी इतिहास की पुस्तकों में इसकी प्रमाणिकता की जांच कर सकते हैं।
सबसे पहले तो ये बता दे की इतिहास सिर्फ इतिहास होता है। हाँ उसके बहुत सारे वर्जन होते है। जिसे जो अच्छा लगता है वो उसे अपनी तरह तोड़ मरोड़ कर मान लेता है। उदाहरण के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस। कोई कहता है कि उनका आज़ादी से पहले ही स्वर्गवास हो गया था तो कोई कहता है की वो चोरी छुपे भारत में ही रहते थे तो कोई कहता है की वो किसी दूसरे देश चले गए थे। इस राज़ पर से पर्दा उठाने के लिए कई बार जांच भी हुई पर सच्चाई कभी सामने नहीं आई। यहाँ तक की कोर्ट तक ने उनके नाम के आगे से स्वर्गीय शब्द हटाने के निर्देश दे दिए।
अब बात करते हैं रानी पद्मावती का, जिनके नाम का उल्लेख और जिक्र आता है सन 1540 में लिखित एक कविता पद्मावत में। इसे लिखा था मलिक मोहम्मद जायसी ने, इसमें उन्होंने रानी पद्मावती के अद्धभुत रूप का वर्णन किया था। इस पद्मावत उपन्यास के अनुसार रानी पद्मावती का जन्म 13वी से 14वी शताब्दी के बीच में हुआ था।


इस उपन्यास के अनुसार अलाउदीन खिलजी से युद्ध में राजा रतन सिंह की मौत होने पर रानी पद्मावती ने कई औरतों के साथ जौहर कर लिए था। इसके अलावा मेवाड़ राजवंश के राज कवि पंडित नरेन्द्र मिश्रा द्वारा लिखित कविता में सेनापति गोरा और उनके भतीजे बादल की वीरता का जिक्र आता है। साथ ही रानी पद्मावती के द्वारा जौहर करने की घटना का भी जिक्र है। हालाँकि ए एस आई ने पद्मिनी पैलेस में बाकायदा लिखवाया हुआ भी है जहाँ पर रानी पद्मावती को शीशे में अलाउदीन खिलजी को दिखाया गया था।
इसके अलावा कुछ लोगों का मानना है की रानी पद्मावती एक काल्पनिक चरित्र है। जो की एक शायर या कवि ने अपनी कविताओं में जीवित कर दिया। तो ये हैं इतिहास के कुछ वर्जन। आपको जो अच्छा लगे उसे मान लें।
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नोट: उपरोक्त सिफारिशों और सुझाव प्रकृति में सामान्य हैं। अपने आप पर प्रयोग करने से पहले एक पंजीकृत प्रमाणित ट्रेनर या अन्य पेशेवर से परामर्श कर सलाह लीजिये

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