Saturday, 31 March 2018

क्या आप जानते हैं ब्रह्मचारी हनुमान जी के हुए थे तीन विवाह

हिन्दू धर्म में हनुमान जी को एक बाल ब्रह्मचारी के रूप में पूजा जाता है। परन्तु कुछ पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हनुमान जी ब्रह्मचारी नहीं थे। हनुमान जी के एक दो नहीं बल्कि तीन विवाह हुए थे। आज हम आपसे इसी बारे में बात करने जा रहे हैं। तो चलिए शुरू करते हैं।
ऐसी मान्यता है की हनुमान जी का सबसे पहला विवाह सुवर्चला के साथ हुआ था। दरअसल हनमान जी भगवान् सूर्य के शिष्य थे और उन्ही से उन्होंने नौ विद्याएं सीखीं थीं। पर नौ में से पांच विद्याएं तो उन्होंने आसानी से सिख ली थीं पर बाकी की चार विद्याएं केवल विवाहित ही सीख सकते थे। इसी वजह से उनकी शादी सूर्य के पुत्री सुवर्चला के साथ हुई। हालाँकि सुवर्चला ध्यान और तप किया करती थीं और शादी के बाद भी वो तप करने में ही मगन रहीं।


दूसरी मान्यता के अनुसार जब हनुमान जी ने रावण के सभी पुत्रों को युद्ध में हरा कर बंदी बना लिया था तब रावण ने अपनी दुहिता अनंगकुसुमा का विवाह हनुमान जी के साथ कर दिया था।
तीसरी मान्यता के अनुसार जब रावण और वरुण देव के बीच में युद्ध हुआ तब हनुमान जी ने वरुण देव का साथ दिया और उन्हें युद्ध में विजय दिलाई। इससे खुश होकर वरुण देव ने अपनी पुत्री सत्यवती का विवाह हनुमान जी के साथ किया था।
हालांकि हनुमान जी ने कभी भी गृस्थ जीवन का पालन नहीं किया। इसी कारण उनके ब्रह्मचारी रूप का पूजा जाता है।
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नोट: उपरोक्त सिफारिशों और सुझाव प्रकृति में सामान्य हैं। अपने आप पर प्रयोग करने से पहले एक पंजीकृत प्रमाणित ट्रेनर या अन्य पेशेवर से परामर्श कर सलाह लीजिये

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