ज्योतिष शास्त्र के
अनुसार मोर पंख नवग्रह का प्रतीक है। मोर पंख के उपाय करने से हमे शुभफल की प्राप्ति
होती है। तो चलिए जानते है मोर पंख के फायदे। पौराणिक काल से ही हिन्दू धर्म में मोर
पंख का एक ख़ास स्थान रहा है, फिर चाहे भगवन श्री कृष्ण का मुकुट पर मोर पंख को लगाना
हो या ऋषि मुनियों द्वारा मोर पंख से ग्रंथों का लिखना।
घर में मोर पंख रखना
न केवल धार्मिक महत्त्व को दर्शाता है अपितु इससे घर में सुख समृद्धि भी आती है। मोर
पंख घर में ऐसी जगह रखे जहाँ से वो सभी व्यक्तियों को बड़ी आसानी से दिखायी देता रहे।
क्यूंकि मोर पंख न केवल घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा को ख़त्म करता है बल्कि सकारात्मक
ऊर्जा भी प्रदान करता है।
अगर आप पर कोई दुःख
या विपत्ति आ जाये तो आपको घर के या अपने शयन कक्ष के आग्नेय कोण में मोर पंख को लगाना
चाहिए। घर में दक्षिण पूर्व में मोर पंख लगाने से घर में खुशहाली आती है। अगर कोई व्यक्ति
हर समय अपने पास मोर पंख रखता है तो वो अमंगल होने से बचा रहता है तथा वह राहु दोष
से भी प्रभावित नहीं होता। मोर पंख को सिर पर धारण करने से ज्ञान की प्राप्ति होती
है। विद्यार्थी अपनी पुस्तकों के बीच में मोर पंख को रख कर इसका लाभ उठा सकते हैं।
अगर आपके पैसों से
जुड़े काम अटके हुए हैं या घर में धन की कमी से जूझ रहे हैं तो आप राधा कृष्ण के मंदिर
में मोर पंख की स्थापना कराएं। 40 दिनों तक नित्य पूजा करने के उपरांत उस मोर पंख को
अपने घर में तिजोरी में ला कर रख दें। आपके सारे काम बनने शुरू हो जायेंगे।
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नोट: उपरोक्त सिफारिशों
और
सुझाव
प्रकृति
में
सामान्य
हैं।
अपने
आप
पर
प्रयोग
करने
से
पहले
एक
पंजीकृत
प्रमाणित
ट्रेनर
या
अन्य
पेशेवर
से
परामर्श
करने
की
सलाह
लीजिये।
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