Wednesday 4 October 2017

अपने गुस्से को कैसे कण्ट्रोल करे

गुस्सा करना एक आम बात है। आजकल सभी लोगो में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। और यही  कारण  है  की  आज  सभी रिश्तों में भी दूरिया बढ़ती जा रही है। हम  गुस्सा  सिर्फ  उसी पे  करते है  जिसपे हमारा  जोर  चलता है। और अधिकतर हम सभी का हर प्रकार का गुस्सा अपने बच्चो पर ही निकलता है।  इसलिए  आजकल के बच्चो में भी इतना जयादा आक्रोश देखने को मिलता है।
कैसे करे हम अपने गुस्से पे कण्ट्रोल ? आये समझते है एक छोटी सी कहानी से।  एक पिता  अपने बेटे के गुस्से से बहुत जयादा परेशान थे। उन्होंने कई बार अपने बेटे को समझाया की गुस्सा करना अच्छी बात नहीं।इससे सेहत पे भी असर पड़ता है।  पर बेटा नहीं समझता था।  फिर एक दिन  उसके पिता  ने अपने बेटे  को  एक कीलो से भरा हुआ बैग दिया और कहा की जब भी तुम्हे गुस्सा आये इस सामने बानी हुई लकड़ी की  फेंसिंग  पे एक कील को ठोक देना।  बेटे ने ऐसा ही किया।  पहले ही दिन उसने चालीस कीले ठोक दी।उसे ये काम करने में बहुत ही मेहनत करनी पड़ी।  वो थक गया था। दुसरे दिन उसने कम गुस्सा किया।और हफ्ते भर के अंदर ही उसने गुस्सा करना बंद कर दिया। उसने ये बात अपने पता को बताई।पिता बहुत खुश हुए।

उन्होंने कहा आप जिस दिन तुम बिलकुल भी गुस्सा नहीं करोगे उस दिन एक कील को निकाल देना।बेटे ने ऐसा ही किया।  जब सभी कीले निकल गयी तो उसने फिर से पिता को बताया। पिता आये  और  उन्होंने इशारा करता हुए बेटे से कहा की देखो तुमने सारी कीले निकाल दी फिर भी इसके निशान बच गए है जो अब कभी भी नहीं मिटेंगे।बेटे को पिता की बात समझते  देर नहीं लगी  और उस दिन  से उसने  गुस्सा  करना छोड़ दिया।
इसी प्रकार से जब हम भी किसी पे गुस्सा करते है तो कुछ ऐसी बाते कह जाते है जो सामने वाले को बहुत बुरीलगती है। उसके बाद हम  कितनी बार भी  माफ़ी क्यों ना मांग ले  पर उस कील के  निशान की तरह  से  हमारे दिए हुए घाव भी कभी नहीं भरते।  इसलिए  दोस्तों कभी भी गुस्सा ना करे। और अपने गुस्से को कण्ट्रोल करने की आदत आज से डालने की कोशिश जरूर शरू करे।
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नोट: उपरोक्त सिफारिशों और सुझाव प्रकृति में सामान्य हैं,अपने आप पर प्रयोग करने से पहले एक पंजीकृत प्रमाणित ट्रेनर या अन्य पेशेवर से परामर्श कर सलाह लीजिये

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